अकबर और बीरबल: खरीद सकते हैं, खर्च नहीं सकते हैं!

अकबर और बीरबल: खरीद सकते हैं, खर्च नहीं सकते हैं!

बादशाह अकबर एक बहुत ही बुद्धिमान और विचक्षण शासक थे। उनके दरबार में उनके मनोरंजक और शिक्षाप्रद सवालों के लिए एक विख्यात नवरत्न थे, जिनमें से एक थे बीरबल। बीरबल अकबर के मंत्री और उपासक थे और उनकी चतुराई और होशियारी के कारण वे अकबर के सबसे प्रिय मंत्री बन गए थे।

एक दिन, अकबर ने अपने दरबार में एक रहस्यमय प्रश्न पूछा, “बीरबल, तुम बताओ, एक ऐसी चीज़ है जिसे आदमी खरीद सकता है, पर खर्च नहीं सकता है?”

यह सुनकर बीरबल चिंतित हो गए। यह प्रश्न बहुत ही कठिन था और उसका उत्तर ढूंढ़ना मुश्किल था। लेकिन बीरबल बुद्धिमानता से उत्तर देने के लिए जाना जाता था, इसलिए वह सोचने लगे।

कुछ समय बाद, बीरबल को उत्तर आया। वह बोले, “महाराज, उत्तर है – सपना। आदमी सपना देख सकता है, उसे खरीद सकता है, पर उसे खर्च नहीं सकता है।”

अकबर खुश हो गए और उन्होंने कहा, “वाह बीरबल, तुमने सही उत्तर दिया है। यह एक ऐसी चीज़ है जिसे हम खरीद सकते हैं, लेकिन हम उसे खर्च नहीं कर सकते हैं।”

यह कहानी बादशाह अकबर और बीरबल के दोस्ती, बुद्धिमानी और समझदारी को दर्शाती है। यह दिखाती है कि बुद्धिमान और चतुर व्यक्ति कभी भी आसानी से हार नहीं मानते हैं, बल्कि स्थितियों का सामना करने के लिए अपनी होशियारी और बुद्धिमत्ता का उपयोग करते हैं।

Rahul Chopda

मुझे पढ़ना और लिखना बहुत पसंद है। मुझे सूचनात्मक विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मुझे कहानी लेखन, कविता और कुछ कविताओं को लिखने में गहरी रुचि है।

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